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Wednesday, October 28, 2020

प्रदेश प्रधान के समागम में दिखी गुटबाजी, दूसरे गुट के नेता व लोकल पंचायत तक रही नदारद

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में नूरपुरबेदी में हस्ताक्षर मुहिम संबंधी आयोजित समागम में पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ पहुंचे। कार्यक्रम में पहुंचने से पहले जाखड़ तख्तगढ़ अनाज मंडी में गए। वहां पर उन्होंने किसानों और आढ़तियों से बातचीत करके उनकी समस्याएं जानी। जाखड़ ने कहा कि जब किसानों को अपनी फसल संभालने के लिए घरों और खेतों में होना चाहिए तब वह प्रधानमंत्री के गलत निर्णय के कारण टोल प्लाजा और रेलवे लाइनों पर रात गुजारने के लिए मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब ने देश की बाजू तब पकड़ी थी जब हिंदुस्तान दाने-दाने के लिए अमरीका का मोहताज था। अब केंद्र की मोदी सरकार पंजाब से सौतेला व्यवहार कर रही है। आज मालगाड़ियां बंद की हैं तथा कल यह संकुचित सोच वाले लोग पंजाब की ऑक्सीजन बंद करने की भी सोच सकते हैं। इससे पहले अकाली दल पर प्रहार करते हुए जाखड़ ने कहा कि बादल सरकार ने पंजाब का बेड़ा गर्क कर दिया गया है।

जाखड़ के समारोह में पार्टी की गुटबाजी भी सामने आई। जिस गांव में यह समारोह आयोजित हुआ था, वह नूरपुरबेदी की सबसे बड़ी पंचायत मानी जाती है तथा यहां की कांग्रेसी सरपंच सहित पंचायत के सभी 9 पंच इस समारोह से नदारद रहे। जब इस संबंधी सरपंच मनजीत कौर से समारोह में न आने संबंधी पूछा तो उन्होंने कहा कि उनको इस समारोह की कोई जानकारी नहीं थी।

यूपी-बिहार की जमीन उपजाऊ, लेकिन एमएसपी खत्म होने से वह पंजाब में आ मजदूरी करने को मजबूर : सुनील जाखड़

जाखड़ ने कहा कि एफसीआई द्वारा खरीद बंद होने के कारण गेहूं 1600 रुपए में बिकी रही है। पंजाब ने कोरोना संकट दौरान 1 करोड़ 28 लाख टन गेहूं खरीदी जबकि मोदी साहब कह रहे हैं कि हमें किसानों की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि 6 फीसदी किसानों को एमएसपी मिल रही जोकि पंजाब के किसान हैं, जबकि वह मांग करते हैं कि पूरे देश के किसानों को एमएसपी मिली चाहिए। यूपी और बिहार सूबे की जमीन उपजाऊ है लेकिन वहां के किसानों को पंजाब में आकर मजदूरी करनी पड़ रही है। जिसका मुख्य कारण वहां 2006 से सरकारी खरीद बंद किया जाना है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा किसानों को पहले एटीएम और बिचौलिए कह रहे हैं।

पंजाब सरकार द्वारा किसानों के पक्ष में विधानसभा में प्रस्ताव लाने के कारण ईडी ने केंद्र के इशारे पर मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह के लड़के रणइंद्र सिंह को दिल्ली तलब करके बदले की कार्रवाई की है। इस मौके पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर सिंह ढिल्लों के अतिरिक्त कई अधिकारी उपस्थित थे।

जिस गांव में था समारोह, वहीं की कांग्रेसी सरपंच और पंच नहीं आए

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के कार्यक्रम के चलते फिर से कांग्रेस की धडेबंदी देखने को मिली। पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर सिंह ढिल्लों द्वारा आयोजित किए उक्त समागम दौरान नूरपुरबेदी क्षेत्र में मजबूत माने जाते स्पीकर राणा केपी के धड़े का कोई भी बड़ा ओहदेदार कार्यक्रम में शामिल नहीं था।

जिला योजनाबोर्ड और नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन बोले- समागम की जानकारी नहीं दी गई

गुटबाजी के चलते कार्यक्रम से जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन रमेश दसग्राईं, जिला यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सुरिंदर सिंह, नगर सुधार ट्रस्ट के अध्यक्ष व पूर्व जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह विस्की, जिला परिषद की चेयरमैन किशना बैंस, मार्केट कमेटी के चेयरमैन हरबंस लाल मेहंदली, अमरजीत सिंह सैनी, विजय शर्मा टिंकू, प्रदेश कांग्रेस सचिव अश्वनी शर्मा, नगर पंचायत नूरपुरबेदी के पूर्व अध्यक्ष जगननाथ भंडारी के अलावा कई गांवों के सरपंच, पंचों ने उक्त समागम से दूरी बनाई रखी।

इस संबंधी जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन रमेश दसग्राईं और नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन सुखविंदर सिंह विस्की ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के दौरे संबंधी उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।



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अनाज मंडी में दौरे के दौरान किसानों से बातचीत करते सुनील जाखड़ और बरिंदर सिंह ढिल्लों

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October 28, 2020 at 05:03AM

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