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Sunday, January 10, 2021

बाबा साहेब को समर्पित राज्य का पहला म्यूजियम पीटीयू के कैंपस में बनेगा, लागत 100 करोड़, कंसलटेंट की तलाश शुरू

प्रवीण पर्व, राज्य के सांस्कृतिक और सैर सपाटा मामलों के विभाग ने ऐसी कंसलटेंसी फर्मों के लिए बिड रिलीज की हैं जो पंजाब टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के कैंपस में डॉ. बीआर आंबेडकर की शिक्षाओं, जीवन और दर्शन को समर्पित म्यूजियम बनाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर सके। आईके गुजराल पंजाब टेक्नीकल यूनिवर्सिटी कैंपस में राज्य का पहला ऐसा संविधान निर्माता को समर्पित म्यूजियम बनने जा रहा है, जिसमें दिल्ली की तरह सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी।

इस प्रोजेक्ट पर सांस्कृतिक विभाग 100 करोड़ रुपए खर्च करेगा। यूनिवर्सिटी ने जमीन दी है। अभी तक संविधान निर्माता बाबा साहेब के नाम पर विभिन्न संस्थान स्थापित हुए हैं, लेकिन पहली बार पूरा म्यूजियम बनने जा रहा है, जिसमें सभी किताबें, डिजीटल प्लैटफार्म, कांफ्रेंस हाल होगा।


बाबा साहेब के संघर्षमय जीवन की जानकारी देने वाला लिटरेचर और डिजीटल संसाधन मौजूद होंगे। सांस्कृतिक विभाग के जानकार बताते हैं कि योजना के अनुसार 14 अप्रैल को म्यूजियम योजना की लांचिंग का टारगेट है। पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के समय भी विभिन्न स्मारक बनाए गए थे। उस समय करतारपुर में जंग-ए-आजादी मेमोरियल में स्वतंत्रता संग्राम की झलक देने वाले एग्जीबिशन हाल और लेजर शो का प्रबंध किया या।

पंजाब के सिख इतिहास और धार्मिक शहरों में प्रोजेक्ट लांच हुए थे। अब टूरिज्म को बढ़ावा देने वाला उक्त म्यूजियम प्रोजेक्ट बनाया जाएगा। इसके तहत फिलहाल जमीन एलोकेशन, कांसेप्ट और डिजाइन का काम होना है। फिलहाल सरकार ने 100 करोड़ रुपए के खर्च को मंजूरी दी है। ये पैसा आगामी प्रदेश बजट का हिस्सा होगा। दिल्ली में अलीपुर रोड पर बने डॉ. अंबेडकर स्मारक की तरह भव्य इमारत तैयार होगी।


रिसर्च का प्लेटफॉर्म बनेगा म्यूजियम

1991 में प्रदेश से भीम जयंती शताब्दी समारोहों की कमेटी के मेंबर रहे डॉ. ज्ञान चंद्र कौल कहते हैं कि अभी तक पंजाब में बाबा साहेब को समर्पित म्यूजियम नहीं है। हमारी 1991 से ही मांग रही है कि उनकी विचारधारा की जानकारी देने वाला सिलेबस शैक्षणिक कोर्स का हिस्सा होना चाहिए। जो म्यूजियम बनेगा वह रिसर्च का प्लेटफॉर्म बन सकता है। बाबा साहेब की विचारधारा किसी एक वर्ग की बजाय देश के हर नागरिक से जुड़ी थी।

महाराष्ट्र सरकार ने बाबा साहेब की लिखी किताबों को प्रकाश किया था, पंजाब में ऐसा नहीं हो सका। इस म्यूजियम के साथ ही सरकार प्रकाशन पर जोर दे। बाबा साहेब ने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए ऐसे संविधान के निर्माण किया जिसमें नागरिक सर्वोपरि हो। आज देश में हीरो वरशिप के नुकसान के प्रति चर्चाएं छि़ड़ी हैं, नागरिक चेतना के लिए प्रदेश सरकार का कदम सराहनीय है।



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State's first museum dedicated to Babasaheb will be built on the campus of PTU, costing 100 crores, start search for consultant

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January 10, 2021 at 05:08AM

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