पड़ोसी राज्यों में हजारों पक्षियों के मरने और 6 राज्यों में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी होने के बाद लुधियाना में भी चिंता छाने लगी है। पक्षियों से पक्षियों में फैलने वाली इस बीमारी से इंसानों के भी संक्रमित होने का खतरा रहता है, लेकिन पंजाब में अभी तक इस तरह का कोई केस सामने न आने से एक तरफ राहत है। वहीं, पोल्ट्री फार्मरों में चिंता फैलनी शुरू हो गई है। तीन दिनों में हिमाचल, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, केरल और गुजरात में करीब 90 हजार पक्षियों की मौत हो चुकी है। हालांकि जिन पक्षियों की मौत हुई है, वो प्रवासी पक्षी हैं और इनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि भी हुई है।
इससे पोल्ट्री के बिजनेस पर असर पड़ा है और चिकन और अंडों के दाम भी गिरे हैं। 2-3 दिनों के दौरान ही पोल्ट्री के कारोबार में गिरावट हो गई है। वहीं, चिकन और अंडों के दामों में भी 45-50 फीसदी की गिरावट आई है। इसे देखते हुए गुरु अंगद देव वेटरनरी एवं एनिमल साइंसेस यूनिवर्सिटी के माहिरों ने पोल्ट्री फार्मरों को हाईजीन का खास ख्याल रखने की हिदायत दी है। वहीं, एनिमल हसबेंडरी विभाग की एडिशनल डायरेक्टर डॉ. नीलम ग्रोवर ने कहा कि जिले में नजर रखने के लिए रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। जिले के 13 ब्लॉकों में पोल्ट्री फार्म की चेकिंग होगी। रोज की रिपोर्ट विभाग को भेजी जाएगी।
आसपास प्रवासी पक्षी मरे मिलें तो तुरंत दें इसकी सूचना
गडवासू के प्रोफेसर डॉ. रजनीश ने बताया कि सूबे में बर्ड फ्लू का कोई केस अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन हम पोल्ट्री फार्मरों को पूरी तरह से एहतियात बरतने के लिए कह रहे हैं। साथ ही ये भी कह रहे हैं कि अगर उन्हें कहीं आसपास प्रवासी पक्षियों मरे हुए मिलते हैं तो तुरंत इसकी सूचना दें। पोल्ट्री फार्म में हाईजीन का और भी ज्यादा ख्याल रखें। बायो-सिक्योरिटी का भी ध्यान दें। फार्म के अंदर किसी भी अंजान व्यक्ति या गाड़ियों को न आने दें। अगर फार्म में कोई गाड़ी आती है तो टायरों को पूरी तरह से डिसइन्फेक्ट करें। जो काम करने वाला व्यक्ति एक फार्म में है, उसे वहीं रहने दें और वो व्यक्ति भी अपनी हाईजीन का ख्याल रखें। पक्षियों की इम्युनिटी को बनाए रखने के लिए उनकी फीड बैलेंस्ड रखें। उनके शैड ढके हुए होने चाहिए, पीने का साफ पानी उन्हें मुहैया करवाएं। वहीं, आम लोग पूरी तरह से पका हुआ चिकन-अंडा खा सकते हैं। घबराने की जरूरत नहीं है।
पंजाब में किसी तरह के बर्ड फ्लू की कोई घटना सामने नहीं आई है। पोल्ट्री के पक्षियों में किसी राज्य में कोई केस नहीं है। प्रवासी पक्षियों और जंगली कौवों में ये मामले आए हैं, लेकिन एहतियात और चौकन्ने रहने की जरूरत है। किसान अपने फार्म में यूं ही किसी को न आने दें। बायो-सिक्योरिटी का ख्याल रखें।
-डॉ.परमिंदर चावला, एसोसिएट प्रोफेसर, गडवासू
कोविड-19 के दौरान भी हमने काफी नुकसान उठाया है। अब फिर से बर्ड फ्लू के दूसरे राज्यों में हुए केसों के कारण मार्केट में चिकन और अंडों के रेट 45-50 फीसदी तक दाम गिरे हैं। 2005 में भी जब बर्ड फ्लू आया था उस समय भी किसी व्यक्ति को प्रभाव नहीं आया था। हम एनिमल हसबेंडरी विभाग के डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर से भी इस बारे में मीटिंग कर आए हैं, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके कि चिकन और अंडे अच्छी तरह से पका कर खाने में से किसी तरह के खतरा नहीं है।
-संजय शर्मा, प्रधान, इंडियन पोल्ट्री एसोसिएशन
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January 08, 2021 at 05:34AM
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