प्लास्टिक डोर पर सख्ती कर पुलिस ने 10 दिनों में 24 पर्चे दर्ज कर 31 आरोपियों को 1463 गट्टू समेत गिरफ्तार किया है। मगर इन मामलों में कार्रवाई सिर्फ नाम की हुई, क्योंकि जमानती धारा होने की वजह से महज 2 घंटे में अपराधी छूट गए। ऐसे में पर्चा होने के बाद भी आरोपी दोबारा धड़ल्ले से प्लास्टिक डोर का धंधा करने लगे। आंकड़ों की बात करें तो पिछले तीन सालों में पुलिस ने 93 पर्चे दर्ज कर 102 लोगों को
नामजद किया। इनसे 2 हजार से ज्यादा प्लास्टिक डोर के गट्टू बरामद हुए, लेकिन इन 102 अपराधियों में से 60 फीसदी आरोपी वो हैं, जोकि हर साल डोर के धंधे में पकड़े जाते हैं। मगर हर बार उनपर सिर्फ एक मामूली पर्चा दर्ज कर दिया गया, जिसमें वो छूटते जा रहे हैं। वहीं, इस केस को इतना कमजोर कर दिया जाता है कि किसी एक को भी मामले में सजा नहीं हो पाई।
आरोपियों का डोजियर बनाएगी पुलिस, 110 का कलंदरा दर्ज कर रद्द होगा पासपोर्ट
बार-बार हो रहे ऐसे मामलों को देखते हुए अब इसके खिलाफ सख्त एक्शन लेने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने सभी पुराने डोर सप्लायरों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है, जोकि दो से ज्यादा बार पकड़े जा चुके है। पुलिस उनका डोजियर (क्राइम रिकॉर्ड) तैयार करेगी। इसके आधार पर उनके खिलाफ 110 का कलंदरा दर्ज किया जाएगा और उनका पासपोर्ट रद्द करवाने के लिए पासपोर्ट विभाग को लिखित में भेजा जाएगा। इससे उसे पक्का अपराधी घोषित किया जा सके।
इधर, चाइना डोर के 105 गट्टू के साथ एक गिरफ्तार
खन्ना| सरकार की पाबंदी के बावजूद चाइना डोर को बेचकर लोगों की जान से खिलवाड़ करने में कुछ लोग बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने स्पेशल टीम बनाई है। डीएसपी राजन परमिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम जब को सूचना मिली थी कि करतार नगर में अवतार सिंह उर्फ लक्की चाइना डोर के गट्टू बेच रहा है। पुलिस ने तुरंत रेड करते हुए उसकी दुकान से चाइना डोर के 105 गट्टू बरामद किए। पुलिस ने आरोपी को काबू कर उसके खिलाफ केस दर्ज किया है।
एक्सपर्ट व्यू: ऐसे मामलों में सख्ती से जांच जरूरी
इन अपराधियों के लिए सख्त कानून बनाने जरूरी है, क्योंकि जो पर्चे दर्ज हो रहे हैं। कानून के मुताबिक उसमें सजा और जुर्माना दोनों कम हैं। हालांकि वहां तक कोई पहुंच नहीं पाता और आरोपी बच जाता है। पुलिस को इस मामले में सख्ती से जांच करनी चाहिए, ताकि वो दोबारा उस काम को करने की कोशिश भी न करें।
-गगनजीत सिंह, एडवोकेट
गर्मी में जमा होने लगता है स्टाॅक, खानापूर्ति के लिए सर्दी में होते हैं पर्चे: अभी तक पकड़े गए प्लास्टिक डोर की सप्लाई करने वालों ने पुलिस के सामने कबूला है कि वो स्टॉक गर्मियों में ही मंगवाकर अपने घरों और दुकानों में रख लेते हैं, लेकिन बावजूद इसके पुलिस को सिर्फ सर्दियों में लोहड़ी के आसपास प्लास्टिक डोर का पता चलता है। अगर पहले ही कार्रवाई की जाए तो शायद इस डोर को मार्केट में आने से पहले ही रोक लिया जाए।
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January 09, 2021 at 06:10AM
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