पावरकॉम नए साल के लिए टैरिफ में 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी चाहता है, लेकिन चुनावी साल में सरकार से टैरिफ बढ़ोतरी की आज्ञा मिलने के आसार कम हैं, लेकिन जो अलग-अलग संस्थानों से पावरकॉम ने कर्ज ले रखे हैं, इनके ब्याज के 714 करोड़ रुपए जुटाने और रेवेन्यू लास कम करने के लिए मिनिमम चार्जेज में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। मुख्य तौर पर इंडस्ट्री की ~5 यूनिट बिजली जारी रहेगी। आर्थिक तौर पर कमजोर
वर्गों की फ्री बिजली भी बरकरार रहेगी। पावरकॉम ने शुक्रवार को पंजाब के बिजली नियामक आयोग के आगे सालाना रेवेन्यू की संभावना व आने वाले साल के संभावित खर्चों की रिपोर्ट रखी है और इसे सार्वजनिक किया है। इसमें पावरकॉम ने कहा है कि उसकी नॉन टैरिफ आमदनी को माइनस कर दें तो शुद्ध यानी निरोल मालिया 31,543 करोड़ के आंकड़े पर रहेगा, जिसे पूरा करने के लिए उसने खर्चों का हिसाब देकर टैरिफ
बढ़ाने की मांग की है। पावरकॉम एक साल में टैरिफ बढ़ाकर कम से कम 3000 करोड़ रुपए खजाने में अतिरिक्त लाना चाहता है। पावरकाम के जानकार बताते हैं कि बढ़ोतरी मिलने के आसार कम हैं, पंजाब में पहले ही घरों को टैक्स मिलाकर करीब ~9 यूनिट बिजली मिलती है, और इजाफा किया तो आम आदमी कराह उठेगा।
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January 02, 2021 at 04:49AM
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