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Friday, November 27, 2020

1.2 मिनट में कॉमर्शियल व्हीकल का फिटनेस सर्टिफिकेट ट्रक-बस पास कराने के 5000 रुपए तक वसूले जा रहे

अनुभव अवस्थी | ट्रांसपोर्ट विभाग का मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर ऑफिस (एमवीआईओ) प्राइवेट कारिंदों के सहारे है। यहां घूसखोरी का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। एमवीआई साहब कार्यालय में केवल दो दिन यानी मंगलवार और वीरवार को बैठते हैं। इन दाे दिनों में केवल 6 घंटे वाहनों की पासिंग का काम होता है। इस दौरान पासिंग के काम में लगे कारिंदे तकरीबन 300 छोटे व बड़े कॉर्मिशयल वाहनों की चेकिंग करके प्रमाण पत्र दे देते हैं। नियमानुसार एक वाहन के इंजन, स्टियरिंग, चेसिस सहित विभिन्न 13 हिस्सों के 46 प्रकार के पार्ट्स की चेकिंग होनी चाहिए।

यानी जांच के आंकड़ाें पर गौर करे तो बस और ट्रैक जैसे वाहनों की चेकिंग में लगे कारिंदे लगभग 1.20 मिनट में एक वाहन की पासिंग कर देते हैं। हकीकत में अमूमन 2 से 3 लोग मिलकर एक वाहन की चेकिंग साथ में करें तो कम से कम 35 से 40 मिनट का समय लगता है। रिश्वत की इस खेल में भास्कर इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि कॉमर्शियल वाहनों की पासिंग के दो दिनों में 8 से 8.50 लाख रुपए तक का खेल होता है। एक महीने में घूसखोरी का यह काला कारोबार 50 लाख तक भी पहुंच जाता है। जिला प्रशासन के अधिकारी तक ट्रांसपोर्ट विभाग में फैली अव्यवस्था की अनदेखी करते हैं। हाल ही में थाना मॉडल टाउन में एक युवक ने इसके खिलाफ शिकायत की गई है। मगर फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

सप्ताह में दो दिन खुलता है ऑफिस... नियमानुसार वाहनों के 46 पार्ट्स जांचने होते हैं, कारिंदे खुद लाॅगइन आईडी से कर देते हैं ओके

दो-दो अलग एजेंट करते हैं काम
कार्यालय के लड़कों ने आगे दो कारिंदों को काम पर लगा रखा है। इनमें से एक वाहनों की पार्किंग का काम देखता है, जबकि दूसरा लॉगइन आईडी चलाता है। आगे इन दोनों कारिंदों ने कार्यालय के बाहर अपने-अपने एजेंट तैनात कर रखे हैं।

मंगलवार-वीरवार को एजेंटों की लगी रहती है भीड़... बस स्टाॅप में चल रहे एमवीआई कार्यालय में मंगलवार और वीरवार को आम लोगों के साथ एजेंटों की भीड़ लगी रहती है। जानकारी के मुताबिक एमवीआई कार्यालय में तैनात क्लर्क एक प्राइवेट कारिंदे से लॉगइन आईडी चलवाता है और यही कारिंदा बाहर वाहनों की पासिंग को लेकर डीलिंग भी करता है। इस कारिंदे का अपना कार्यालय प्रतापबाग एरिया में है। वहीं पर वाहनों की पासिंग की डीलिंग होती है। हालांकि इस बारे एमवीआई दविंदर ने एजेंटों का दखल होने से इनकार किया है।

हैवी लाइसेंस के लिए लोग हो रहे परेशान...
कॉमर्शियल वाहन के लाइसेंसों की प्रक्रिया ऑनलाइन ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर पूरे होने के बाद इसका अप्रूवल एमवीआई ही करता है। लेकिन एमवीआई के 2 दिन आने से लोग परेशान रहते हैं। अगर कॉमर्शियल वाहनों को लाइसेंसों की बात करें तो 1 महीने में 35 से 40 लाइसेंस बनते हैं। समय से लाइसेंसों का अप्रूवल न होने से लोग दूसरे जनपदों में जाकर कॉमर्शियल लाइसेंस बनवा रहे हैं।



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मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर के कार्यालय में काम करते प्राइवेट कर्मी।

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November 27, 2020 at 04:50AM

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