देश में 18 साल से अधिक आयु के प्रत्येक चार युवकों पर एक को हाई ब्लड प्रेशर है। इसी कारण सबसे अधिक मौतों में तीसरा बड़ा कारण हाई बीपी है। इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक के साथ व्यक्ति दम तोड़ देता है। इसे समय पर कंट्रोल कर लिया जाए तो मौत को टाला जा सकता है। इसके लिए सरकार ने नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ डाइबिटीज, कार्डियोवेस्कुलर डिसीज एंड स्ट्रोक के अंतर्गत इंडियन हाईपरटेंशन कंट्रोल इनीशिएटिव प्रोजेक्ट के अधीन शुक्रवार को सिविल अस्पताल के ट्रेनिंग सेंटर में डब्ल्यूएचओ के प्रोग्राम अफसर और एसएमओ की तरफ से ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया।
‘सिंपल’ मोबाइल एप पर दर्ज होगी मरीज की पासपोर्ट आईडी
डब्ल्यूएचओ से सीवीएचओ डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि भारत में ब्लड प्रेशर से होने वाली मौतों की दर कम करने के लिए आईएचओआई प्रोजेक्ट के तहत 18 साल के अधिक के उम्र के व्यक्तियों का बीपी 140/90 से कम रखना है। इसके लिए हर मरीज का डिजीटल रिकॉर्ड रखने के लिए ‘सिंपल’ नाम की एप तैयार की गई है। साथ ही हर मरीज री ब्लड प्रेशर पासपोर्ट आईडी कार्ड तैयार की जाएगी। इस पर क्यू-बार कोर्ड होगा, जो डॉक्टर द्वारा सिंपल मोबाइल एप के साथ स्कैन कर ब्लड प्रेशर रिकार्ड पर मरीज द्वारा ली जा रही दवा को चेक कर सकता है। मोबाइल एप पर टेली मेडिसिन की सुविधा भी है।
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November 28, 2020 at 05:35AM
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