दो महीने बाद ट्रेनें चलने से यात्रियों के चेहरे खिल गए हैं, लेकिन लंबी वेटिंग के कारण काफी यात्रियों को सीटें नहीं मिल रही हैं। फिरोजपुर मंडल से अभी 6 ट्रेनें ही चलाई जा रही हैं, सिटी स्टेशन से 2 और 4 जालंधर कैंट से होकर गुजर रही हैं। अमृतसर और जालंधर से ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण यात्री दूसरी ट्रेनों में अपनी बुकिंग करवा रहे हैं, जो अंबाला से यूपी-बिहार की तरफ जा रहे हैं। शादियों का सीजन होने के कारण ज्यादातर ट्रेनें फुल हैं और कई श्रमिक लॉकडाउन की अफवाह के कारण भी बुकिंग करवा रहे हैं और वापस जा रहे हैं। फिरोजपुर मंडल से चलने वाली ट्रेनों में 300 से लेकर 400 तक की वेटिंग चल रही है। 15 दिसंबर तक किसी भी ट्रेन में सीट कंफर्म नहीं हो रही है। जिनका गांव जाना जरूरी है वे अंबाला व दिल्ली तक टैक्सी के लिए ज्यादा पैसे खर्च कर ट्रेनें पकड़ रहे हैं।
सिटी स्टेशन से महीने बाद की सीट हो रही कंफर्म
किशोर यादव ने बताया कि यूपी जाने के लिए पहले जालंधर से बुकिंग करवाई थी। उनकी बहन की शादी है। जब ट्रेनें नहीं चली तो उन्होंने टिकट कैंसिल करवाकर अंबाला से अपनी बुकिंग करवा ली। अब दोबारा ट्रेनें शुरू हुई तो वे अपनी बुकिंग जालंधर से करवाना चाहते थे, लेकिन सीटें कंफर्म न होने के चलते अब अंबाला से ही ट्रेन पकड़ेंगे। वहीं यादव खोसला ने बताया कि उन्होंने पश्चिम एक्सप्रेस (02926) से अंधेरी जाना है। जरूरी काम होने के कारण वे अपने गांव जा रहे हैं। ट्रेनों की शुरुआत हुई तो पता चला कि एक महीने की वेटिंग चल रही है। उसके बाद की ही टिकट कंफर्म हो रही है। उनका भाई भी उनके साथ ही रहता है। उन्होंने भाई को टैक्सी से दिल्ली भेजा और वहां से ट्रेन से अंधेरी भिजवाया। वहां पर उसी समय बुकिंग हो गई थी।
लॉकडाउन की अफवाह फैली है तो डर लगेगा
भोगपुर से जालंधर टिकट बुकिंग करवाने पहुंचे राम शरण ने बताया कि 15 साथी हैं जो वापस अपने गांव जा रहे हैं। क्योंकि कुछ दिन पहले पता लगा कि अब दोबारा से लॉकडाउन लग जाएगा। इसलिए अभी सीट बुक करवाने के लिए स्टेशन पहुंचे हैं। अगर जालंधर से ट्रेन की सीट न मिली तो वे अंबाला से पकड़ लेगें। अगर एक महीने बाद की सीट कंफर्म होती है तो वे टिकट बुक करवा देंगे। अब लॉकडाउन का डर लग रहा है कि कहीं पहले जैसे हालात न आ जाएं। वहीं रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अभी जितने यात्री आ रहे हैं उनमें ज्यादातर यात्री बिहार समारोह व अन्य जरूरी काम के लिए घर जा रहे हैं।
6 दिन में 1600 यात्रियों ने किया सफर
रेलवे अधिकारियों के अनुसार अमृतसर, जालंधर और लुधियाना से चलने वाली ट्रेनों में अभी 300 से लेकर 400 तक की वेटिंग चल रही है। जितनी दूरी कम होती जाती है, वेटिंग की संख्या भी कम हो जाती है। अगर ट्रेनों की संख्या अधिक हो जाए तो वेटिंग भी कम हो जाएगी। 6 दिन में 1600 से अधिक यात्री स्टेशन से गए हैं। ये वे यात्री हैं, जिन्होंने करीब 1 महीने या 2 महीने पहले बुकिंग करवाई थी। कई यात्री ऐसे हैं जिनकी सीट कंफर्म नहीं है। वे भी ट्रेनों में जा रहे हैं, जिन्हें आगे जाकर दिक्कत आ रही है। इसी के साथ 24 दिसंबर तक स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी में 50 प्लस वेटिंग चल रही है।
कैंट स्टेशन से नाममात्र मुसाफिर
कैंट स्टेशन से दिल्ली की तरफ जाने वाली चार ट्रेनें हैं, जिनमें सीटें कंफर्म नहीं हो रही हैं। ज्यादातर वे यात्री ही जम्मू और दिल्ली की तरफ जा रहे हैं जिन्होंने पहले टिकट बुक करवाई। कैंट स्टेशन से चार दिन में 300 के करीब यात्री ही रवाना हुए हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
https://ift.tt/33JG1gX
November 30, 2020 at 04:59AM
No comments:
Post a Comment