कोरोना महामारी के दौरान जहां लोग परेशान रहे, वहीं हर घर तक नल से पानी पहुंचाने वाले जल जीवन मिशन पर तेजी से काम हुआ है। इस दौरान जालंधर 23.10 प्रतिशत लोगों को पाइपलाइन से जल पहुंचाकर प्रदेश में तीसरे नंबर पा रहा है। एसएएस नगर 23.99 फीसदी के साथ पहले और शहीद भगत सिंह नगर 23.46 प्रतिशत लोगाें के घरों तक पानी पहुंचाकर दूसरे नंबर पर रहा है।
वहीं फरीदकोट सबसे कम 6.51 फीसदी घरों तक ही नल से पानी पहुंचाने का काम किया है। वहीं, पटियाला, शहीद भगत सिंह नगर, रूपनगर, एसएएस नगर, फाजिल्का, तरनतारन, मोगा और मानसा जिलों में पेयजल को लेकर औसत रूप से काम हुआ है। सरकार ने सभी जिलों में 2022 तक हर घर को नल से पानी मुहैया कराने को लेकर निर्देश दिए हैं। इस बारे डीसी घनश्याम थोरी का कहना है कि हर घर तक नल से पानी पहुंचाने के लिए अधिकारी तेजी से काम कर रहे हैं।
50% महिलाओं वाले गांवों को वरीयता
इस योजना में उन गांवों को प्राथमिकता दी जा रही है, जहां की महिलाओं की सहभागिता 50% या इससे अधिक है। इन गांवों के लोगों की सहभागिता के आधार पर हर घर तक नल से पानी पहुंचाने को भी वरीयता दी गई है। कोविड-19 के संक्रमण के भय से लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए जल जीवन मिशन रोजगार का बड़ा साधन बन गया था। खासतौर से उन मजदूरों के लिए जो शहरों में प्लंबर का काम करते थे।
डिस्ट्रिक्ट रैंकिंग
जिला पेयजल प्रतिशत
एसएएस नगर 23.99%
एसबीएस नगर 23.46%
जालंधर 23.10%
रूपनगर 22.55%
बठिंडा 19.89%
कपूरथला 17.24%
मानसा 17.21%
लोहियां 14.69%
फाजिल्का 14.43%
पटियाला 13.69%
पठानकोट 13.69%
गुरदासपुर 13.25%
बरनाला 12.49%
तरनतारन 12.45%
फिरोजपुर 10.36%
अमृतसर 8.53%
मुक्तसर 7.77%
होशियारपुर 6.82%
फरीदकोट 6.51%
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January 02, 2021 at 04:33AM
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