तरनतारन डीसी दफ्तर में असलहा ब्रांच का इंचार्ज कुरविंदर सिंह ही फर्जी लाइसेंस बनाने का गोरखधंधा चला रहा था। वह लोगों से पैसे लेकर अब तक 200 से ज्यादा फर्जी लाइसेंस जारी कर चुका है। इसी आरोप में थाना सिटी की पुलिस ने सोमवार को असलहा ब्रांच के इंचार्ज कुरविंदर सिंह समेत दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया है। इस मामले में नामजद दूसरा आरोपी फोटो स्टेट की दुकान चलाता है।
चीमाकलां के कुरविंदर ने बनाई लाखों की प्रॉपर्टी, खरीद रखी लग्जरी गाड़ियां
थाना सिटी के प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि उन्हें एक मुखबिर ने इत्तलाह दी कि डीसी दफ्तर तरनतारन की असलहा ब्रांच के कुछ कर्मचारी हथियारों के जाली लाइसेंस बनाने का गोरखधंधा कर रहे हैं। इस गोरखधंधे के मास्टरमाइंड असलहा ब्रान्च का इंचार्ज कुरविंदर सिंह उर्फ चीमा निवासी चीमा कलां और मनजिंदर सिंह उर्फ मनी निवासी गांव पंडोरी गोला हैं। मनजिंदर डीसी दफ्तर की पहली मंजिल पर फोटाे स्टेट की दुकान चलाता है। यह दोनों अब तक 200 से ज्यादा जाली लाइसेंस जारी कर चुके हैं।
दोनों लोगों से माेटी रकम वसूल कर फर्जी लाइसेंस जारी करते हैं। इसलिए इन दोनों के आपाराधिक प्रवृत्ति वाली लोगों से संबंध भी हो सकतेे हैं। फर्जी लाइसेंस पर मोहर से लेकर पहचान पत्र तक जाली लगाए जा रहे हैं। कुरविंदर सिंह चीमा इस धंधे के सिर पर कई लग्जरी गाड़ियां खरीद चुका है। उसने लाखों की संपत्ति भी बना डाली है। एसएचओ ने बताया कि मुखबिर की सूचना प्राथमिक जांच में सही पाए जाने के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। कुरविंदर पर सरकारी पद का दुरुपयोग, फर्जीवाड़े, जाली दस्तावेजों के लिए पैसे ऐंठने, जालसाजी और जाली मोहरें बनवाने से जुड़ी धाराएं लगाई गई हैं।
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November 24, 2020 at 06:04AM
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