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Monday, December 28, 2020

आरोपी जेल में, पत्नी ने लॉकर खोल गायब किए दस्तावेज, बैंक कर्मी समेत 3 पर केस

252 करोड़ रुपए की बोगस बिलिंग के आरोपी होजरी व्यापारी के बैंक लॉकर को उसकी पत्नी ने ब्रांच मैनेजर व असिस्टेंट मैनेजर के साथ मिल छेड़छाड़ की। लेकिन प्रशासन को इसका पता चलने पर उन्होंने जांच की। जिसके बाद पूरे मामले का पता चला। थाना दरेसी की पुलिस ने अनिल डोगरा की शिकायत पर सुंदर नगर की रहने वाली यशिता जैन, मनीष वर्मा और मनप्रीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सब इंस्पेक्टर चमन सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता अनिल डोगरा जीएसटी विभाग में इंस्पेक्टर तैनात है। उक्त आरोपी मनप्रीत सिंह कैपिटल स्माॅल फाइनांस बैंक की सुंदर नगर ब्रांच में ब्रांच मैनेजर और मनीष वर्मा असिस्टेंट

मैनेजर है। जबकि आरोपी यशिता जैन साहिल जैन की पत्नी है। आरोपी साहिल जैन द्वारा कई फर्जी फर्म बनाकर 252 करोड़ की बोगस बिलिंग की गई थी। जिसके जरिए आईटीसी(इनपुट टैक्स क्रेडिट) की 17 करोड़ रुपए की ठगी मारी थी। जब जीएसटी विभाग को इसका पता चला तो उन्होंने साहिल को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उसे 11 नवंबर को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया था।

पति विदेश में जाने का बहाना बना 2 बैंक मैनेजरों को साथ ले खोला लॉकर

जांच अफसर ने बताया कि साहिल का कैपिटल स्मॉल फाइनांस बैंक में 46 नंबर लॉकर है। यशिता 12 नवंबर की सुबह 10 बजे के करीब बैंक पहुंची। उसने ब्रांच मैनेजर मनप्रीत सिंह के पास जाकर पति साहिल जैन के शहर से बाहर जाने की बात कही। यशिता ने कहा कि लॉकर में कुछ दस्तावेज हैं। जरूरत है। बात मान मनप्रीत ने असिस्टेंट मैनेजर मनीष वर्मा को लॉकर खुलवाने के आदेश दिए। मनीष ने लॉकर खोला जबकि दस्तावेजों में दिखाया कि साहिल आया था।

दस्तावेजों में दिखाया कि साहिल आया था : आरोपी मनीष ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि बैंक में लॉकर को खोलने के दौरान उसके ऑपरेटर के हस्ताक्षर व एंट्री की जाती है। जिस पर मनप्रीत के कहने पर मनीष ने साहिल जैन के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर दिए। जबकि एंट्री भी खुद कर दी। दस्तावेजों में दिखाया कि साहिल ने आकर लॉकर ऑपरेट किया था। जबकि पुलिस जांच के दौरान भी मनप्रीत ने यही बयान दिए। फिर यशिता लॉकर से छेड़छाड़ कर वहां से चली गई।

तीनों फरार : सब इंस्पेक्टर चमन सिंह के अनुसार 11 नवंबर को साहिल को जेल भेज दिया गया था। जबकि 12 नवंबर की दोपहर सवा 12 बजे उसका लॉकर ऑपरेट हुआ। शिकायतकर्ता द्वारा बोगस बिलिंग मामले में जांच की जा रही थी। इस दौरान उन्हें साहिल का लॉकर ऑपरेट होने का पता चला। लेकिन साहिल जेल में होने से उन्हें आशंका हुई। जिस पर विभाग द्वारा बैंक जाकर जांच की गई और मनप्रीत व मनीष को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। लेकिन बाद में फरार हो गए।

14 फर्मों के जरिए 252 करोड़ की बोगस बिलिंग
जांच अफसर के अनुसार आरोपी साहिल ने 14 फर्में बना रखी थीं। वे फर्में उसके खुद के नाम और परिवार, रिश्तेदार व दोस्तों के नाम पर थी। उन्हीं के जरिए 252 करोड़ रुपए की बोगस बिलिंग की गई थी। जबकि यशिता उसकी सभी फर्मों में पार्टनर थी। हालांकि जीएसटी विभाग द्वारा अभी यशिता से पूछताछ की जा रही है। लेकिन इसी बात पर उसने लॉकर से छेड़छाड़ की। अब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड कर रही है। उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है।



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Accused in jail, wife unopened locker documents, case on 3 including bank worker

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December 28, 2020 at 05:18AM

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