प्रदेश सरकार ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के तहत विद्यार्थियों की फीस खुद देने की घोषणा की है, इस पर मंगलवार को सिटी में विवाद हो गया। सिटी के तीन काॅलेजों के बाहर विद्यार्थियों और सहयोगी संगठनों ने आज तालाबंदी आंदोलन की घोषणा कर डाली। सुबह लायलपुर खालसा काॅलेज (कोएड) के बाहर जैसे ही विद्यार्थी पहुंचे तो प्रिंसिपल डाॅ. गुरपिंदर सिंह समरा ने मेन गेट पर आकर उन्हें शांत किया। जबकि डीएवी और एचएमवी के बाहर विद्यार्थियों का प्रदर्शन लंबा खिंच गया। विद्यार्थियों ने डीएवी काॅलेज के सामने फ्लाईओवर पर ट्रैफिक जाम कर दिया। सुबह 11 से शाम 4 बजे तक धरने के कारण राहगीर काफी परेशान हुए। डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसके अरोड़ा ने विद्यार्थियों को मनाकर ट्रैफिक जाम खुलवाया है, विद्यार्थियों में एचएमवी के विद्यार्थी भी शामिल थे। वाहन चालकों के लिए मकसूदां फ्लाईओवर के नीचे से रूट डायवर्ट किया गया।
पढ़ाई जारी रखने के लिए फीस कहां से दें?
लायलपुर खालसा कॉलेज के बाहर 100 से ज्यादा और डीएवी कॉलेज सामने स्थित मकसूदां फ्लाईओवर पर करीब 70 विद्यार्थी धरने पर बैठे। उन्होंने कहा कि सरकार ने कैशलेस की व्यवस्था की है लेकिन शिक्षण संस्थान फीस मांग रहे हैं। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप का पैसा न आने की वजह से विद्यार्थी मानसिक तनाव में हैं। विद्यार्थी आर्थिक तंगी का शिकार पहले से ही हैं।
उनके पास कॉलेज की फीस देने तक के पैसे नहीं है। विद्यार्थी नेता दीपक बाली, वरुण कलेर ने कहा कि उनकी मांगों पर न तो सरकार ने गौर किया और न ही जिला प्रशासन ने सुध ली। विद्यार्थियों को एचएमवी कॉलेज के सुपरिंटेंडेंट लखविंदर सिंह ने समझाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसके अरोड़ा ने कहा कि विद्यार्थी 100 रुपए फीस के साथ एनरोलमेंट करवा सकते हैं। वहीं डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की बनाई कमेटी जो भी फैसला लेगी, वह उसे मानने के लिए तैयार हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
https://ift.tt/2I1TlWc
December 02, 2020 at 05:25AM
No comments:
Post a Comment