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Wednesday, December 2, 2020

करतारपुर कॉरिडोर सहित शहर के 3 पावरग्रिड प्रोजेक्ट अगले साल ही हो सकेंगे शुरू,फोकल पॉइंट में ग्रिड तैयार करने में देरी से कारखानों के नए बिजली कनेक्शन अटके

अगले साल सिटी के तीन अहम बिजली प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे। हालांकि सिटी में जैसे-तैसे गर्मी के दौरान पुराने पावर ग्रिडों से बिजली सप्लाई चालू रखी जा सकी है, क्योंकि इस साल कोरोना के कारण करतारपुर-जालंधर सिटी ट्रांसमिशन केबल और 2 पावर ग्रिडों फंस गया था, जोकि अब अगले साल ही शुरू हो पाएंगे। इनमें परागपुर पावरग्रिड और फोकल पॉइंट एक्सटेंशन ग्रिड शामिल है। पावरकॉम के लिए सिस्टम अपग्रेडेशन करने के जानकार बताते हैं कि चालू साल में कई दिन काम बंद रहने से प्रोजेक्टों में देरी हुई है, लेकिन अब ये मई 2021 से पहले पूरे हो जाएंगे। पावरकॉम के जालंधर सर्किल हेड एचएस बांसल ने कहा कि फोकल पॉइंट ग्रिड में इमारत का बड़ा हिस्सा पूरा हो चुका है, परागपुर पावरग्रिड की केबल बिछाने का काम जल्द शुरू हो जाएगा। नए ग्रिडों से सिटी के अंदर पावर सप्लाई और बेहतर होगी।

जालंधर सिटी के पावर ट्रांसमिशन में करतारपुर का 220 केवी मदर ग्रिड बहुत अहम है। दो साल पहले करीब 15 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से करतारपुर से जालंधर सिटी के अंदर फोकल पॉइंट ग्रिड के बीच कनेक्टिविटी देने वाला कॉरिडोर प्रोजेक्ट तैयार हुआ था। इसका मकसद फोकल पॉइंट ग्रिड को डबल सर्किट करना है। अभी मकसूदां से इसे बिजली मिलती है, इसके बाद करतारपुर से दूसरा कॉरिडोर शुरू होगा। एक तो बिजली देने की कैपेसिटी डबल हो गई और दूसरा लाभ है कि जब एक लाइन बंद होगी तो दूसरी से बिजली मिलेगी।

अभी फोकल पॉइंट में पुराना बिजली घर ओवरलोड होने पर करीब 20 कारखानों को बढ़ी बिजली मांग करतारपुर लाइन चालू होने से पूरी हो सकती है, लेकिन फिलहाल काम अटका है। पहले श्री गुरु अमरदास नगर में पावर कॉरिडोर की केबल निजी प्लाट के अंदर जोड़ने के मुद्दे पर विवाद हुआ व काम ठप हो गया, अब इसी कॉलोनी में ग्रीन बेल्ट के पास पुराने टावर से नई केबल जोड़ने की योजना प्रस्तावित की है, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिली है। पावरकॉम के जालंधर हेड एचएस बांसल ने कहा कि योजना पूरी करने के लिए विभागीय स्तर पर काम हो रहा है, जल्द समस्या का हल निकलेगा।

करतारपुर पावर कॉरिडोर में अब गुरु अमरदास नगर में केबल जोड़ने का काम पेंडिंग

जालंधर सिटी के पावर ट्रांसमिशन में करतारपुर का 220 केवी मदर ग्रिड बहुत अहम है। दो साल पहले करीब 15 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से करतारपुर से जालंधर सिटी के अंदर फोकल पॉइंट ग्रिड के बीच कनेक्टिविटी देने वाला कॉरिडोर प्रोजेक्ट तैयार हुआ था। इसका मकसद फोकल पॉइंट ग्रिड को डबल सर्किट करना है। अभी मकसूदां से इसे बिजली मिलती है, इसके बाद करतारपुर से दूसरा कॉरिडोर शुरू होगा। एक तो बिजली देने की कैपेसिटी डबल हो गई और दूसरा लाभ है कि जब एक लाइन बंद होगी तो दूसरी से बिजली मिलेगी।

अभी फोकल पॉइंट में पुराना बिजली घर ओवरलोड होने पर करीब 20 कारखानों को बढ़ी बिजली मांग करतारपुर लाइन चालू होने से पूरी हो सकती है, लेकिन फिलहाल काम अटका है। पहले श्री गुरु अमरदास नगर में पावर कॉरिडोर की केबल निजी प्लाट के अंदर जोड़ने के मुद्दे पर विवाद हुआ व काम ठप हो गया, अब इसी कॉलोनी में ग्रीन बेल्ट के पास पुराने टावर से नई केबल जोड़ने की योजना प्रस्तावित की है, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिली है। पावरकॉम के जालंधर हेड एचएस बांसल ने कहा कि योजना पूरी करने के लिए विभागीय स्तर पर काम हो रहा है, जल्द समस्या का हल निकलेगा।

परागपुर में ट्रांसमिशन केबल जोड़ने का काम जल्द शुरू होगा
पावरकॉम ने मई महीने में परागपुर में नेशनल हाइवे के किनारे नया 66 केवी ग्रिड तैयार कर लिया था। ग्रिड की इमारत तैयार है। यहां 20 एमवीए (मेगा वॉल्ट एंपेयर) का ट्रांसफार्मर भी लग चुका है, लेकिन इसे ट्रांसमिशन लाइन न होने के चलते चालू नहीं किया जा सका है। ट्रांसमिशन लाइन भूमिगत केबल के जरिये जोड़ी जानी है। नेशनल हाइवे क्रास करके पहले से स्थापित पावर लाइन से ये केबल जोड़ने की मंजूरी मिल गई है। अब इसी महीने के अंत तक काम चालू करने का टारगेट है।



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3 powergrid projects of the city including Kartarpur corridor will be started next year, delay in preparation of grid at focal point, new power connections of factories stuck

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December 02, 2020 at 05:20AM

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