अब डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फाॅरेन ट्रेड (डीजीएफटी) ने डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट प्लान में जालंधर की हैंडटूल इंडस्ट्री को भी प्राथमिकता वाली श्रेणी में शामिल कर लिया है। जालंधर से हैंडटूल का करीब 1200 करोड़ रुपए का सालाना एक्सपोर्ट होता है। यहां पर प्रमुख एक्सपोर्ट कंपनियों के लिए जाॅब वर्क करने वालों सहित करीब 400 कारखाने हैं। जबकि हैंडटूल की 500 प्रोडक्ट रेंज में से केवल 10 आइटम ही जालंधर में बनते हैं। एक्सपोर्ट प्लान के तहत केंद्र सरकार से तकनीकी, मार्केटिंग और आर्थिक मदद मिलने के बाद नए प्रोडक्ट बनाने से कारोबार में इजाफा होने की प्रबल संभावना है।
मास्टर प्लान पर डीसी की मुहर के बाद जालंधर की हैंडटूल इंडस्ट्री से आकर मिलेगी डीजीएफटी टीम
दरअसल इससे पहले हैंडटूल इंडस्ट्री डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट प्लान की प्राथमिक श्रेणी में शामिल नहीं थी। इस पर सिटी की हैंडटूल इंडस्ट्री ने एतराज जताया था। इसके बाद जिले के एक्सपोर्ट को प्रमोट करने वाले प्लान में बड़ा सुधार किया गया है। आज जालंधर के इंडस्ट्री प्रबंधक सुखपाल सिंह की डायरेक्टो जनरल आफ फॉरेन ट्रेड के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग हुई। इसमें उन्हें हैंडटूल को मास्टर प्लान में जोड़ने की आधिकारिक जानकारी दी है। पहले केवल स्पोर्ट्स गुड्स और शहद को ही इसमें जोड़ा गया था। जालंधर में हैंडटूल सबसे ज्यादा मात्रा में एक्सपोर्ट करने वाला उत्पाद है। खास बात यह है कि जालंधर की कई कंपनियों ने चीन में
दफ्तर खोल रखे हैं। जालंधर खेती, इंडस्ट्री, ऑटो इंडस्ट्री आदी के लिए हैंडटूल बनाता है लेकिन डिस्ट्रिक्ट एक्सपर्ट प्लान से इसे बाहर कर दिया था। फेडरेशन ऑफ एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन के चेयरमैन अश्वनी विक्टर ने इस प्लान संबंधी जालंधर में हुई मीटिंग में हैंडटूल इंडस्ट्री को न जोड़ने पर चिंता जाहिर की थी। इसके अलावा जालंधर के प्रमुख एक्सपोर्टर्स ने भी हैंडटूल को जोड़ने की मांग की थी। जिला इंडस्ट्री मैनेजर सुखपाल सिंह ने बताया कि अब हैंडटूल को प्लान में शामिल किया है। अब जो ड्राफ्ट बनेगा, उसे डीसी दफ्तर भेजा जाएगा, जिस पर डीसी घनश्याम थोरी मुहर लगाएंगे। उसके बाद डायरेक्टर जनरल आॅफ फाॅरेन ट्रेड की टीम जालंधर आएगी। हैंडटूल इंडस्ट्री से मिलेगी। उसे डिस्ट्रिक्ट मास्टर प्लान में शामिल करने का महत्व बताएगी।
एक्सपोर्ट प्लान में हैंडटूल शामिल करने का लाभ क्या?
1. बाजार सेंटीमेंट्स का लाभ : केंद्र सरकार ने देश के सभी जिलों में एक्सपोर्ट की जाने वाली आइटम्स की लिस्ट बनाकर पूरी दुनिया के सामने ब्रांड इंडिया के तौर पर प्रोमोट करना है। जालंधर की कंपनियां केंद्र सरकार के फोकस एरिया का संदर्भ देकर इंटरनेशनल लेवल पर ग्राहकों का आत्मविश्वास जगाने में लाभ मिलेगा।
2. केंद्र सरकार की मदद : केंद्र सरकार वित्तीय, तकनीकी, मार्केटिंग में मदद करेगी। हैंडटूल इंडस्ट्री की समस्याओं का हल किया जाएगा।
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December 04, 2020 at 04:49AM
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