नूरपुरबेदी क्षेत्र की इलाका संघर्ष कमेटी को खत्म करने का निर्णय लिया गया है। इसके बारे में मास्टर गुरनेव सिंह जेतेबाल की तरफ से जारी किए गए एक प्रेस नोट के द्वारा इस कमेटी को भंग करने का ऐलान किया गया है और कहा गया है कि 6 महीने से किसान आंदोलन को मुख्य रखते हुए संघर्ष कमेटी को भंग करने का फैसला लिया गया है क्योंकि पिछले दिनों से कोई भी गतिविधि इलाका इस संघर्ष कमेटी की तरफ से नहीं की गई। वहीं उनकी तरफ से इस कमेटी में नए मेंबरों की नियुक्ति फरवरी में की जाने की बात कही। उन्होंने अपील की है कि कमेटी में मेंबर रह चुके व्यक्ति अब इलाका संघर्ष कमेटी में मिले अपने पद का इस्तेमाल न करें। फरवरी में कमेटी के पुनर्गठन के लिए नियुक्तियों की जिम्मेवारी गुरनेव सिंह जेतेवाल और शिंगारा सिंह बैंस को दी गई है।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली किसान आंदोलन में पहले दिन से ही शामिल नूरपुरबेदी के नौजवानों की तरफ से बीती रात सोशल मीडिया पर क्षेत्र के एक बीजेपी नेता को इलाका संघर्ष कमेटी का मेंबर होने का विरोध जताते हुए कहा गया था कि उक्त बीजेपी नेता तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ बयान दे रहा है। उस नेता को संघर्ष कमेटी में रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने वीडियो में
उक्त नेता को संघर्ष कमेटी से निकालने की अपील की थी और चेतावनी दी थी कि अगर एक हफ्ते में उसे कमेटी से न निकाला तो कमेटी के सभी मेंबरों के खिलाफ संघर्ष किया जाएगा।
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December 25, 2020 at 06:11AM
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