Amazon

Saturday, December 5, 2020

2 किमी. में गिराए 135 कब्जे, सोमवार को शेष 21 पर होगी कार्रवाई, बनेगी रोड-माइक्रो फॉरेस्ट

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की सख्ती के बाद बुड्ढा नाला आखिर लंबे अर्से के बाद कब्जामुक्त होने जा रहा है। इसके बाद नाले के दोनों किनारों पर ताजपुर रोड से हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स की पिछली तरफ बचन सिंह नगर पुली तक सड़क का निर्माण होगा। इसके तहत निगम बिल्डिंग ब्रांच ने कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल के आदेश पर शुक्रवार सुबह पवित्र पुली से बचन सिंह नगर पुली की तरफ करीब 2 किलोमीटर

इलाके में 156 कब्जों में से 135 पर बुल्डोजर चलाया। हालांकि निगम ने वहां पर पहले लाल निशान लगा नोटिस चिपकाए थे। शुक्रवार को भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में निगम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में कोई रुकावट भी नहीं आई थी। निगम ने जिस जगह को कब्जामुक्त कराया है, वहां पर रोड और माइक्रो फॉरेस्ट बनाने का काम शुरू किया जाएगा।

डिमार्केशन की 27 में से 4 ड्राइंगों में सामने आए थे 156 कब्जे

एनजीटी बुड्ढे नाले के किनारों पर कब्जे हटाने के लिए सख्त कर रही है। इसके तहत नाले की डिमार्केशन के लिए निगम ने अमृतसर की कंपनी को ठेका दिया। कंपनी ने 27 ड्राइंग पेश करनी हैं। इनमें से अभी डिमार्केशन फाइनल कर 4 ही ड्राइंग निगम को सौंपी गई, जिनमें 156 कब्जों की पहचान हुई। उधर, मंत्री भारत भूषण आशु ने पिछले दिनों गुरु नानक देव भवन में मीटिंग बुला 650 करोड़ के बुड्ढे नाले के प्रोजेक्ट को लेकर ऐतराज और सुझाव मांगे थे। इसमें भी सामने आया था कि बुड्ढे नाले के किनारों पर कब्जे जल्द हटाकर सड़क बनाई जाए। इससे ट्रैफिक को राहत मिलेगी।

बुड्‌ढे नाले के कायाकल्प पर खर्च किए जाएंगे 650 करोड़

हैरानीजनक है कि निगम ने समय रहते बुड्ढे के किनारों पर कब्जे होने से नहीं रोका। शुक्रवार को जब टीम कार्रवाई करने पहुंची तो वहां पर देखने में आया कि कई लोगों ने पक्के मकान और कुछ ने चारदीवारी कर कब्जा किया था और कुछ ने जानवरों के बाड़े बनाए रखे थे। इन सभी कब्जों को निगम ने पहले रोकने के लिए कोई कदम ही नहीं उठाया। एनजीटी की सख्ती के बावजूद कार्रवाई तो हुई है, लेकिन जिम्मेदार अफसरों को अभी तक छुपाया ही जा रहा है।
2.60 करोड़ में ट्रस्ट बनाएगा लैय्यर वैली : पता चला है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने नई लैय्यर वैली बुड्ढे नाले के किनारे बचन सिंह नगर पुली से ठीक पहले बनाई जानी है। इसे बनाने के लिए ट्रस्ट ने कॉन्ट्रेक्टर को 2.60 करोड़ का वर्कऑर्डर जारी कर दिया, लेकिन ठेकेदार को जमीन पूरी निशानदेही करके देने के लिए निगम को कब्जे हटवाने को कहा। वहीं, डिमार्केशन में भी सामने आया गया था कि यहां कितनी जगह पर कब्जे हो चुके हैं। ऐसे में लैय्यर वैली प्रोजेक्ट की शुरुआत जल्द हो सके और कब्जे भी हटाए जा चुके हैं। इसके तहत कार्रवाई निगम को करनी पड़ी। जबकि मंत्री भारत भूषण आशु ने स्पष्ट किया था कि बुड्ढे नाले के कायाकल्प पर खर्च होने वाले 650 करोड़ और अन्य किसी भी प्रकार की विकास के आड़े आने वाले अवैध कब्जे हर हाल में हटेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अवैध कब्जे पर कार्रवाई करती निगम कीॉ डिच मशीन।

https://ift.tt/2JAfR9e
December 05, 2020 at 04:57AM

No comments:

Post a Comment