हथकढ़ शराब का काराेबार करने वालाें पर पंजाब और राजस्थान पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। यह कार्रवाई वीरवार सुबह 6 बजे पंजाब-राजस्थान के बाॅर्डर पर लगे 500 एलएनपी प्रथम और द्वितीय चक के क्षेत्र में की गई। यहां पर करीब पांच घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में पुलिस के करीब 50 मुलाजिमों की टीम ने 80 हजार लीटर से अधिक लाहन काे नष्ट किया। इस दाैरान ट्रैक्टर के टायरों की 4 ट्यूब में भरकर जमीन में दबाई गई तैयारशुदा 200 लीटर हथकढ़ शराब भी बरामद की गई।
वहीं, पुलिस जवानों ने जमीन में दबाकर रखे गए कच्ची शराब के ड्रम के अलावा हथकढ़ शराब बनाने की 80 भट्ठियों और शराब बनाने के उपकरणों काे ताेड़कर जमीन में दबा दिया। श्रीगंगानगर एसपी राजन दुष्यंत के निर्देश पर ग्रामीण वृताधिकारी निकेत पारीक के नेतृत्व में हिंदुमलकाेट एसएचओ रामप्रताप वर्मा और 20 पुलिसकर्मियों का जाब्ता माैजूद था। इधर, पंजाब से थाना खुईयां सरवर और बहाववाला के थानाधिकारी 30
पुलिसकर्मियों के जाब्ते के साथ कार्रवाई में शामिल हुए। दोनों थाना प्रभारियों ने बताया कि बरामद की 200 लीटर हथकढ़ शराब के संबंध में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसकी जांच वे खुद कर रहे हैं। वहीं, वृताधिकारी ग्रामीण निकेत पारीक ने बताया कि इस पूरी कार्रवाई में शराब के अवैध कारोबारियों की आर्थिक रूप से कमर ताेड़ने का काम हुआ।
पांच घंटे से अधिक चले इस सर्च ऑपरेशन में तैयारशुदा 200 लीटर हथकढ़ काे जब्त किया गया। सूत्राें के अनुसार इसकी कीमत 20 हजार रुपए है। इसके अलावा नष्ट की गई कच्ची शराब, ड्रम, शराब बनाने की भट्टियाें और उपकरणों आदि काे मिलाकर शराब के अवैध कारोबारियों काे माेटे ताैर पर चार लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि अवैध शराब बनाने वाले कारोबारियों के ठिकानाें पर सर्च ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा।
तीसरी बार की संयुक्त छापेमारी, दाेनाें राज्यों में हथकढ़ शराब की सप्लाई
सूत्राें के अनुसार पंजाब पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर यह तीसरी बार बड़े पैमाने पर छापेमारी की है। तीनाें बार ही अवैध रूप से शराब बनाने वालाें की तैयारशुदा और कच्ची शराब काे नष्ट करवाया गया है। अब तक 400 से अधिक शराब बनाने की भट्टियां नष्ट करवाई जा चुकी हैं। तीनाें कार्रवाइयों में तीन लाख लीटर के करीब कच्ची शराब काे नष्ट करवाया जा चुका है। बता दें कि गंगनहर के किनारे चक 500 एलएनपी प्रथम और द्वितीय पंजाब के बाॅर्डर पर लगते हैं। वहीं, इसके अलावा यहां पर अवैध शराब बनाने के लिए पानी और कच्ची शराब काे जमीन में छुपाने के लिए प्राकृतिक वातावरण शराब कारोबारियों की मदद करता है।
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December 04, 2020 at 04:00AM
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