जिले में काेरोना का कहर जारी है। प्रदेश में अब तक हुई कुल माैतों (324) में लुधियाना(22.2%), अमृतसर (21.9%), जालंधर (13.9%) के बाद संगरूर 8.02% के साथ सर्वाधिक मौतों वाला चौथा जिला बन गया है। मंगलवार को जिले के 3 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। दो मरीज पटियाला के राजिन्द्रा अस्पताल और एक पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती था। लहरागागा के कांग्रेसी नेता और शहर के नामी बिजनेसमैन 77 वर्षीय शाम लाल की अचानक सेहत बिगड़ने के कारण पटियाला के राजिन्द्रा अस्पताल में दाखिल करवाया गया था, जहां उनकी कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई थी।
हालांकि परिवार के बाकी सदस्य की रिपोर्ट निगेटिव है। सोमवार की शाम करीब 6 बजे उनकी सेहत बिगड़नेे के कारण मौत हो गई। मृतक का बेटा लहरागागा ब्लॉक कांग्रेस का प्रधान है। दूसरी धूरी के धर्मपुरा मोहल्ला की 55 वर्षीय आशा रानी भी पटियाला के राजिन्द्रा अस्पताल में भर्ती थी।
सेहत विभाग के अनुसार अचानक सेहत बिगड़ने से सोमवार की रात 7.40 पर मौत हो गई। तीसरा शहर की फ्रेंडस काॅलोनी निवासी 35 वर्षीय मुन्ना कुमार की मौत हो गई है। जिसे 22 जुलाई को विभिन्न बीमारियों के चलते पीजीआई में दाखिल करवाया गया था। जहां उपचार के दौरान सोमवार शाम 4.29 पर दम तोड़ दिया। युवक के फेफड़ों में पानी भरा था। लीवर और पैनक्रिया की समस्या भी थी। पहली बार एक दिन में तीन पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है।
इससे पहले 14 जुलाई को दो महिलाओं ने दम तोड़ा था। ऐसे में अब जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। इनमें लहरागागा और धूरी ब्लॉक की पहली- पहली मौत है। जबकि संगरूर ब्लॉक में 2, मालेरकोटला में 15, अमरगढ़ 2, शेरपुर 2, लौंगोवाल, फतेहगढ़ पंजगराईयां और अहमदगढ़ ब्लॉक में एक- एक मरीज की मौत हो चुकी है।
इधर, जिले में 23 नए कोरोना मरीज पाए गए हैं। सोमवार देर रात 16 और मंगलवार को 7 नए मरीज पाए गए हैं। इनमें 10 पुलिस कर्मचारी, कैदी और विदेशी यात्री शामिल है। जिससे अब जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 971 तक जा पहुंची है। मंगलवार को 24 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं। जिसमें 222 मरीज एक्टिव हैं। 2 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
जिले में थानों के बाद अब सरकारी दफ्तरों में भी बिना मास्क व सैनिटाइजेशन के प्रवेश पर पाबंदी
जिले में पुलिसकर्मियों और सरकारी दफ्तरों में कोरोना की दस्तक के बाद जहां पुलिस थानों के सावधानी के तौर पर बड़े गेट बंद कर दिए गए हैं वहीं जिले के अधिकतर सरकारी दफ्तरों में भी सावधानी को बढ़ा दिया गया है। जिला प्रबंधकीय परिसर की मुख्य ईमारत के तीन बड़े गेटों में दो गेटों को बंद कर दिया गया है।
सरकारी कमरों के गेट पर रस्सी लगाकर व्यक्ति को अंदर आने से मना कर दिया गया है। नगर कौंसिल, सिविल सर्जन दफ्तर, खेतीबाड़ी दफ्तर, कर व आबकारी विभाग समेत दूसरे सरकारी दफ्तर में सैनिटाइज और मास्क के बगैर अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। खेतीबाड़ी दफ्तर में तो आने वाले हर व्यक्ति का विवरण तक दर्ज हो रहा।
लहरागागा-मूनक जिले में सबसे बड़ा हॉटस्पाट
अब लहरगागा- मूनक जिले का बड़ा हॉट स्पॉट बन गया है। जहां 151 मरीजों में से 80 मरीज एक्टिव हैं। संगरूर दूसरे नंबर पर आ गया है जहां 129 मरीजों में से 43 मरीज एक्टिव है। जबकि शुरू से पहले स्थान पर रहे मालेरकोटला में काफी सुधार हो रहा है।मालेरकोटला में 313 में 40 मरीज ही एक्टिव हैं।
पंजाब में स्थिति कंट्रोल में, लेवल 2 व 3 की सुविधाओं के लिए 5 हजार बेड उपलब्ध
संगरूर|मुख्य सचिव विनी महाजन ने कहा कि कोविड के बढ़ रहे मामलों से निपटने के लिए राज्य के अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, पीपीई किट, मास्क व टेस्टिंग किटों का पूरा प्रबंध है। पंजाब में अभी स्थिति कंट्रोल में है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। सिविल प्रशासन के अधिकारियों को हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के आदेश दिए गए हैं।
सभी डिप्टी कमिश्नरों को निजी अस्पतालों से तालमेल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ताकि कोविड मरीजों के उपचार के लिए बेडों की संख्या में बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया कि लेवल 2 और 3 की सुविधाओं के लिए पंजाब भर में 5 हजार बेड पहले ही उपलब्ध है। मुख्य सचिव विनी महाजन ने डीसी रामवीर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करके जिले का जायजा लिया।
संगरूर में कोविड मरीजों के लिए बेडों के हालात
संगरूर की बात की जाए तो कोविड केयर सेंटर घाबदां में 800, भोगीवाल में लेवल 1 के 50 बेडों को तैयार किया गया है। घाबदां में 18 बेडों पर पाइप के जरिये ऑक्सीजन का प्रबंध है। सिविल अस्पताल में 14, मालेरकोटला में 50, रहबर इस्टीट्यूट भवानीगढ़ 60 व धूरी में लेवल 2 के 20 बेडों का प्रबंध है। धूरी में सिर्फ कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं को ही रखा जाएगा।
सरकार अब तक कोविड केयर सेंटर व प्रवासी मजदूरों पर 300 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है
उन्होंने बताया कि पंजाब के 10 जिलों में नए कोविड केयर सेंटरों में प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। जालंधर में 1000, अमृतसर में 1000, पटियाला में 470, बठिंडा 950, लुधियाना में 1200, एसएएस नगर मोहाली में 500, चंडीगढ यूनिवर्सिटी में 1000, पठानकोट में 400, फरीदकोट व फाजिल्का में 100- 100 बेडों की क्षमता कर दी गई है। केस बढ़ने के हालात में इन स्थानों पर 28 हजार बेड तक बढ़ाए जा सकते हैं। पंजाब सरकार कोविड केयर सेंटर व प्रवासी मजदूरों पर करीब 300 करोड़ रुपए खर्च चुकी है।
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July 29, 2020 at 04:55AM
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