मरीजों के इलाज के नाम पर डोनेशन इकट्ठा करने का फर्जी खेल खेलने वालों पर सख्ती दिखाते हुए पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने इन संस्थाओं की डिटेल जुटानी शुरू कर दी है। अब डोनेशन लेन के लिए उन्हें डॉक्टर और मरीजों से मंजूरी लेनी होगी। अगर मंजूरी के बिना कोई डोनेशन लेता मिलता है तो उसके खिलाफ एफआईआर रजिस्टर की जाएगी। पुलिस द्वारा अभी तक 11 के करीब एेसी संस्थाओं का रिकॉर्ड जुटाया है, जोकि डोनेशन का काम करती रही है। बता दें कि कुछ दिन पहले पुलिस ने फर्जी डोनेशन कैंप लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था।
ट्रैकिंग के लिए बनाई टीम
पुलिस द्वारा 10 लोगों की टीम गठित की गई है, जोकि ऐसी संस्थाओं का रिकॉर्ड चेक करेगी। उनकी ट्रैकिंग करेंगे कि वो कहां कैंप लगा रहे हैं। जिनसे पैसे लेकर मरीज के इलाज में लगाए, उनकी स्लिप्स और बाकी रिकॉर्ड को खंगाला जाएगा। गड़बड़ी पाए जाने पर एफआईआर होगी।
- डोनेशन इकट्ठा करने के लिए मंजूरी लेना लॉजिमी होगा। अगर कोई संस्था के नाम पर गलत काम करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। -राकेश अग्रवाल, सीपी
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July 27, 2020 at 05:09AM
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