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Thursday, December 3, 2020

लुक वाली सड़क के लिए कम से कम 220 तापमान चाहिए, यहां 10 से 15 डिग्री पर बन रहीं

पंकज राय | सिटी की कई टूटी मुख्य सड़कों के टेंडर करीब डेढ़ साल से हो चुके हैं लेकिन काम अब शुरू हुए हैं। सर्दी तेज होते ही इनका काम शुरू होने के बावजूद एमएलए गदगद हैं पर चुनावी तैयारी में बन रही ऐसी सड़कें लंबे समय तक टिकेगी नहीं, हो सकता है कि एमएलए को सवा साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले घटिया रोड बनवाने को लेकर जनता के कटघड़े में खड़ा होना पड़े।

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन बीएस तुली बताते हैं कि तापमान गिरने पर पीडब्ल्यूडी ने 15 नवंबर से लुक वाली सड़कें बनाने का काम बंद कर दिया है। उधर, पीडब्ल्यूडी के मोटे टेंडर से फारिग हुए ठेकेदार ने निगम की सड़कें बनाने का काम तेज कर दिया है। 15 डिग्री तापमान में बन रही लुक वाली सड़कों की लाइफ ज्यादा लंबी नहीं होगी, लेकिन सिटी में तो सर्द दिन क्या देर शाम तक अंधेरे में सड़कें काली करने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। खास बात है कि इन सड़कों पर निगम इंजीनियर की निगरानी भी सिर्फ कागजों में है। हॉट मिक्स प्लांट से आने वाले प्रीमिक्स मटीरियल के सैंपल से लेकर गाड़ी में रखे और फिर रोलिंग के दौरान के

टेंपरेचर का रिकाॅर्ड तक दर्ज नहीं हो रहा है। चुनावी तैयारी में लगे कांग्रेसी एमएलए का भी इस तरफ ध्यान नहीं है कि उनके हलके में मेन रोड से लेकर गली-मोहल्ले में नियम के विपरीत सड़कें बन रही हैं। वैसे निगम के बी एंड आर ब्रांच के एसई रजनीश डोगरा का तर्क है कि अभी दिन का तापमान 24 डिग्री तक रह रहा है, इसलिए कुछ दिनों तक लुक की सड़क बनवा सकते हैं।

पीडब्ल्यूडी ने तापमान के कारण 15 नवंबर से काम बंद करा दिया, यहां ठेकेदार मिलीभगत से पुराने टेंडर निपटा रहे

पूर्व इंजीनियर इन चीफ बोले- कम तापमान में बनी सड़क टिकाऊ नहीं, मौके पर 2 बार चेक हो टेंपरेचर

निकाय विभाग के पूर्व इंजीनियर
इन चीफ मुकुल सोनी ने बताया कि वैसे तो अब तक लुक वाले प्लांट बंद हो जाने चाहिए थे क्योंकि 22 डिग्री से कम तापमान में बनने वाली लुक की सड़क टिकाऊ नहीं होगी। इतना ही नहीं, प्लांट से मौके पर आने वाले लुक का टेंपरेचर खास मायने रखता है। मानक के अनुसार सड़क बनाने के लिए टिप्पर में आए प्रीमिक्स का टेंपरेचर 115 डिग्री से कम नहीं होना चाहिए, जबकि सड़क पर मटीरियल डालने के बाद रोलर से प्रेस होने का काम पूरा होने तक मटेरियल का टेंपरेचर 85 डिग्री से कम नहीं होना चाहिए। अगर 22 डिग्री से कम तापमान में लुक वाली सड़क बनती है तो वह किसी भी हालत में ज्यादा देर तक नहीं चल पाएगी।

4 साल से प्लांट वाले ठेकेदार को ही टेंडर देने की शर्त, सड़कें बनाने में करते हैं मनमानी

निकाय विभाग ने 4 साल से नियम बना दिया है कि लुक वाली सड़कों के टेंडर हॉट मिक्स प्लांट वाले ठेकेदार ही ले सकते हैं। तब से 3-4 ठेकेदार ही निगम की सड़कों के टेंडर ले रहे हैं। इनमें से करीब 70%काम सिर्फ अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। कई बार छोटे ठेकेदारों ने मेयर के माध्यम से सरकार से पहले वाली व्यवस्था बनाने की मांग की, जिसमें बगैर प्लांट वाले ठेकेदार भी टेंडर ले सकें लेकिन सुनवाई न होने के कारण प्लांट वाले ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं और निगम अफसर, मेयर और विधायक उनसे काम शुरू करने की सिर्फ विनती करते आ रहे हैं।

4 बजे के बाद सड़कें बनाना ठीक नहीं, पूरी रिपोर्ट लेंगे
निकाय विभाग के चीफ इंजीनियर अश्वनी चौधरी ने कहा कि वर्तमान में शाम को 4 बजे के बाद सड़क बनाना सही नहीं है। ऐसे काम हो रहा है, तो एसई से पूरी रिपोर्ट लेंगे।



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कमल पेलेस के सामने देर शाम को 15 डिग्री तापमान में बनाई जा रही सड़क। -भास्कर

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December 03, 2020 at 04:20AM

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